सावन के सोमवार का महत्व Importance of Savan’s Monday
श्रावण का महीना, जिसे सावन के नाम से जाना जाता है, हिंदू कैलेंडर का पांचवां महीना है। सावन मास वर्ष का सबसे पवित्र महीना माना जाता है। इस महीने के प्रत्येक सोमवार को सावन का सोमवार के नाम से जाना जाता है। शिव मंदिरों में सावन के महिने मे शिवलिंग के ऊपर जलधारा रक्खा जाता है। ताकि वह पवित्र पानी, दिन – रात शिव लिंग के ऊपर गिरता रहे। शिवभक्त शिवलिंग के ऊपर दूध, बेल की पत्तियां, फूल, फल, भांग की पत्तियां , धतूर आदि चढ़ाते है और सूर्यास्त तक व्रत रहते है।
सावन महीने में रुद्राक्ष पहनना शुभ माना जाता है। सावन महीने के सोमवार को विशेष रूप से तपस्या के साथ मनाया जाता हैं। सावन के सभी सोमवार शिवजी की पूजा के लिए समर्पित हैं क्योंकि ये दिन भगवान शिव के लिए पवित्र है। अन्य महीनों के किसी भी सोमवार को इतना सम्मानित नहीं किया जाता है जितना सावन के सोमवार का किया जाता है।
विश्वास यह है कि सावन के सोमवार को भगवान शिव को दूध चढ़ाने से बहुत सारे पुण्य मिलते हैं।
सावन सोमवार व्रत का किंवदंतियां Legends of Savannah Monday’s fast
हिंदू शास्त्रों के अनुसार, ऐसा माना जाता है कि सावन के महीने का ही समय था जब समुद्र मंथन (दूध महासागर का मंथन) हुआ था। देवताओं और राक्षसों द्वारा महासागर मंथन करते समय, बहुत सी चीजें निकली थी। समुद्र मंथन से एक घातक चीज जहर (हलाहल) भी निकला था। जहर के बुरे प्रभाव से दुनिया को बचाने के लिए, यह भगवान शिव द्वारा निगल लिया गया था, क्योंकि कोई भी ऐसा नहीं कर सकता था।
इस प्रकार, भगवान शिव ने जहर को पी करके ब्रह्मांड का उद्धारकर्ता का कार्य किये। जहर को भगवान शिव अपने कंठ मे रख लिए जहर के वजह से उनका कंठ नीला हो गया तब से उन्हें नीलकंठ के रूप में भी पूजा की जाती है। इसलिए, सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित है। इसलिए सावन के सोमवार को भगवान शिव की पूजा करना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
सावन सोमवार व्रत का महत्व Importance of fasting Savan Mondays
ऐसा माना जाता है कि अविवाहित लड़कियों के लिए सावन सोमवार व्रत लाभकारी है। ऐसा कहा जाता है कि अविवाहित लड़कियों द्वारा सावन के सोमवार का व्रत करने से अपनी पसंद के व्यक्ति से विवाह होता है।
ऐसा माना जाता है कि सावन के सोमवार का व्रत करने से और भगवान शिव का प्रार्थना करने से, व्यक्ति अपने मन वांछित परिणाम प्राप्त कर सकता है तथा सपने सच होते है।
सावन का पूरा महीना उत्सव और खुशी से भरा होता है।
सावन के सोमवार का व्रत Fasting of Savan Mondays
सावन के सोमवार को भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा करना अत्यंत धार्मिक माना जाता है। सावन के सोमवार के व्रत का कुछ नियम है जिन्हें भगवान शिव के आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए पालन करने की आवश्यकता है।
सावन सोमवार व्रत का अनुष्ठान Savanni Mondays fast ritual
भक्त सुबह नहा कर भगवान गणेश से प्रार्थना करते हैं। इसके बाद, वे भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा करते हैं।
सावन के सोमवार का व्रत भगवान शिव को समर्पित है। बेल की पत्तियां , शहद, दूध, मक्खन, दही, और गुड़ (पंचभूत) शिव लिंग पर चढ़ाया जाता है।
पूजा स्थान (जहां पूजा की जाती है) शुद्ध होना चाहिए और भगवान शिव की मूर्ति या चित्र स्थापित होना चाहए।
मंत्र ‘ ॐ नमः शिवाय’ और ‘महा मृतुंजय मंत्र’ सावन के सोमवार के व्रत में जप किया जाता हैं।
भक्त रुद्राक्ष का माला पहनते हैं और जप के लिए रुद्रक्ष के माला का उपयोग करते हैं।
सोमवार व्रत के दिन, सोलह सोमवार व्रत कथा सुनें, अन्यथा ऐसा माना जाता है कि उपवास अपूर्ण है। सोलह सोमवार व्रत कथा में भगवान शिव की कथा का वर्णन है। सावन व्रत में खाए जाने वाले खाद्य पदार्थ मे आलू चिप्स, फल, सबुदाना इत्यादि हैं।
कुछ अनुष्ठान हैं जो सावन सोमवार व्रत के दौरान किए जाते हैं। सावन के महीने के दौरान, दूसरा सबसे महत्वपूर्ण दिन शिवरात्रि भी होता है। यह मूल रूप से मासिक शिवरात्रि है, जो सावन के महीने में होता है उसे सावन का शिवरात्रि के नाम से जाना जाता है।
ऐसा माना जाता है कि अगर सावन का शिवरात्रि सोमवार को पड़ता है, तो इसका महत्व बहुत बढ़ जाता है। भगवान शिव के तीन सबसे शुभ और पसंदीदा दिन है सावन, सावन सोमवार और मसिक शिवरात्रि।
सावन बारिश का एक महीना है इस महीने मे सोमवती अमावस्या, नाग पंचमी, रक्षा बंधन इत्यादि जैसे त्यौहार मनाए जाते है। यह ‘देवताओं के आशीर्वाद की बारिश’ का मौसम है।
सावन सोमवार व्रत ब्रह्मांड के संरक्षक के रूप में कार्य करने के लिए सर्वशक्तिमान भगवान शिव का शुक्रिया अदा करने का समय है। सावन सोमवार, भगवान शिव को समर्पित करने के लिए तैयार रहें।
सावन मानसून का महीना है और प्रकृति की सुंदरता का अनुभव करने का अवसर है। यह बारिश, ताजगी और आनंद का समय है। सावन के महीने का वर्णन करने के लिए विशेष सावन गाने लिखे गए हैं। यह साल का समृद्ध महीना है, जो शुभकामना से भरा है। सावन सर्वोच्च शक्ति भगवान शिव का पूजा करने और आशिर्वाद लेने के लिए एक विशेष महीना है।