भारत में बेरोजगारी की समस्या और समाधान Unemployment Problems And Solutions In India
जब कोई व्यक्ति काम करना चाहता है लेकिन योग्य नौकरी नही मिल रहा हो तो इसे बेरोजगारी कहा जाता है। भारत मे कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है लेकिन गंभीर समस्याओं में से एक समस्या बेरोजगारी है। कई डॉक्टर, इंजीनियर, स्नातक बेरोजगार हैं। बेरोजगारी के वजह से हम अपने देश के मानव संसाधन को बर्बाद कर रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) के हाल की रिपोर्ट के अनुसार पिछले दो वर्षों में भारत मे बेरोजगारी में वृद्धि हुई है।
बेरोजगारी की समस्या हल होने से देश के विकास में मदद मिलेगा। हमारे देश में हर साल बेरोजगारी की समस्या बढ़ रही है। दूसरे तरफ कई उद्योगों या कंपनियों को कुशल आदमी नही मिल रहे है। भारत में सॉफ्टवेयर कंपनियों का उछाल है, लेकिन उनको कुशल व्यक्ति नही मिल रहे है।
भारत में बेरोजगारी का कारण यहां दिए गए हैं Here are the reasons for unemployment in India –
- बढ़ती आबादी की समस्या भारत में बेरोजगारी पैदा करती है। यदि जनसंख्या एक समान गति से बढ़े तो अगली पीढ़ी को उतना बेरोजगारी की समस्या नही करना पड़ेगा। यदि कहीं 100 पद खाली होता है तो 100 पदों के लिए ही नियुक्ति होगी। अधिक जनसंख्या होने पर बाकी लोग बेरोजगार हो जायेंगे।
- मुद्रास्फीति की दर।
- कई लोग योग्यता के अनुसार नौकरी नहीं मिलती है तो वे नौकरी नहीं करते है।
- बाजार दर से कम वेतन का मिलना।
- आर्थिक मंदी
- नियोक्ता केवल अनुभवी उम्मीदवारों को ही रखना चाहते हैं।
- हर साल नई सरकारी नौकरियों की संख्या कम हो रही है। भारतीय जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए सरकार पर्याप्त रोजगार के साधन नहीं बना पा रही है।
- धीमी गति से व्यापार के विस्तार का होना।
- उन्नत प्रौद्योगिकी (Advanced Technology)- पहले किसी काम को करने के लिए सैकड़ों या हजार लोगों की आवश्यकता होती थी, लेकिन अब उन्नत तकनीक के कारण केवल एक व्यक्ति ही कई लोगों के बराबर काम कर सकता है। उन्नत किस्म के आटोमेटिक मशीन चलाने के लिए कंपनियां कुछ लोगों को ही भर्ती कर रही हैं। आटोमेटिक मशीन और कंप्यूटर के वजह से कई लोगों का रोजगार छिन गया है।
- राजनीतिक कारण – यदि कोई सरकार कर्मचारियों की भर्ती करती है और बाद मे चुनाव के बाद सरकार बदल जाती है तो नई सरकार भर्ती को निरस्त कर देती है।
बेरोजगारी से हुई समस्याएं Problems with Unemployment
- बेरोजगारी की समस्या गरीबी को जन्म देती है।
- लंबे समय तक बेरोजगारी के कारण युवा पैसा कमाने का गलत तरीका अपनाने लगते है।
- बेरोजगारी के तनाव से छुटकारा पाने के लिए युवा अल्कोहल या नसीली दवाओं को लेना शुरू कर देते हैं।
- बेरोजगार युवा मानसिक तनाव के कारण आत्महत्या करने लगते हैं।
- बेरोजगारी के कारण आर्थिक विकास धीमी गति से होती है।
- अपराध बढ़ जाते है। युवाओं को जब कोई रास्ता नहीं दीखता है तो , वे चोरी, हत्या आदि इस तरह के अपराधिक काम करना शुरू कर देते हैं।
- मानसिक चिंता से युवाओ का स्वास्थ्य भी प्रभावित होता है।
भारत में बेरोजगारी का समाधान Unemployment solution in India
- बेरोजगारी के समाधान के लिए पहला कदम देश की बढ़ती आबादी को नियंत्रित करना है। सरकार को छोटे परिवार के लिए लोगों को प्रेरित करना चाहिए। भारत सरकार आबादी को नियंत्रित करने के लिए पहल शुरू की है लेकिन अभी भी देश की जनसंख्या बढ़ रही है।
- शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया जाना चाहिए। वर्तमान शिक्षा प्रणाली युवाओं को बेरोजगार बना देती है। सरकार को शिक्षा प्रणाली पर निगरानी रखना चाहिए और कार्य कुशल श्रम बल उत्पन्न करने के नए शिक्षा प्रणाली को लागू करने का प्रयास करना चाहिए। स्कूलों और विश्वविद्यालयों की देखभाल के लिए सरकार को एक समिति का गठन करना चाहिए। किताबों से सिखाया गया गुण उद्योगों के लिए उपयोगी नहीं है, इसलिए शिक्षा, उद्योगों धंधे की वर्तमान आवश्यकताओं के अनुसार होनी चाहिए। शिक्षा पूरा करने से पहले व्यावहारिक ज्ञान दिया जाना चाहिए।
- युवाओं को ऐसे संस्थान में शामिल होना चाहिए या ऐसे पाठ्यक्रम का चयन करना चाहिए जिससे उचित प्रशिक्षण मिले और पाठ्यक्रम वर्तमान उद्योगों की आवश्यकताओं के अनुसार होना चाहिए। अपनी रुचि के अनुसार पाठ्यक्रम लें ता कि आपका भविष्य उज्ज्वल हो।
- सरकार को ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि से आधारित उद्योगों को प्रोत्साहित करना चाहिए और विकसित करना चाहिए ताकि ग्रामीण युवा शहरी क्षेत्रों में स्थानांतरित न हों। ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक रोजगार पैदा करने पर ध्यान देना चाहिए।
- ग्रामीण क्षेत्रों का विकास, ग्रामीण लोगों को शहरों में प्रवास को रोकेगा और इससे शहर की नौकरियों पर अधिक दबाव नहीं पड़ेगा।
- सरकार को विदेशी कंपनियों को भारत में उद्योग लगाने की अनुमति देनी चाहिए, ताकि अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध हों सके।